शर्मायिये नही , जरा बडा कर के देखें :) साभार – दैनिक जागरण ६-१-२०१०
यही तो लखनऊ है जनाब जहाँ ट्रैफ़िक बूथ कम और सैलून अधिक नजर आता है और अब इमली के पेड़ पर नारियल पानी : चौंकिये नहीं। ये तो शहीद स्मारक पर बेचने के लिए दुकानदार ने इमली के पेड़ पर लटका रखे हैं :)
Tuesday, April 06, 2010
Sunday, September 06, 2009
ट्रैफ़िक बूथ नहीं , सैलून कहिये !!!!
यह है लखनऊ के सदर ट्रैफ़िक पुलिस लाइन के पास स्थित पुलिस बूथ , कहने को तो यह बूथ है लेकिन अब यहाँ यातायात सिपाही नही हज्जाम बैठने लगे हैं ।
साभार : दैनिक हिन्दुस्तान दिनांक ६-९-२००९
साभार : दैनिक हिन्दुस्तान दिनांक ६-९-२००९
Saturday, July 25, 2009
एक पूर्व प्रेमी का खत ....
बडी दुख भरी कहानी है बेचारे की , पढे अवशय :
पत्र को साफ़ और बडॆ आकार मे देखने के लिये चित्र पर किल्क करें ।
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Monday, July 13, 2009
बराक ओबामा - कमबख्त इन नजरों का क्या करें !!
साभार : I-Next
बेचारे बराक ओबामा , प्रेसीडेंट होगें बाद मे पहले इस कमबख्त नजरों का क्या करें जो इस 16 साल की ब्राजालियन लड़की पर जा कर ठहर गई. साथ मे देखें मुस्कराते हुये एक दूसरे दिलफ़ेंक फ्रांस के प्रेसीडेंट निकोलस सरकोजी भी हैं ।
Thursday, January 29, 2009
मोटापे ने मौत से बचाया
साभार : I Next २९-१-२००९
कमाल है मोटापा भी किसी की जान बचा सकता है ? लेकिन ऐसा ही हुआ , लखनऊ मे चिनहट एरिया मे रहने वाले एक शख्स बेचारे लटकने चले साडी को फ़ंदा बना के और उलटे ही साडी फ़ट गयी और यह शख्स बेचारे बच गये । छानबीन मे मालूम हुआ कि अमित नाम के इस इंसान का वजन करीब १०० किलो के करीब है ।
Tuesday, January 20, 2009
सत्यम के चेयरमैन रामालिंगा राजू पर सडॆ अंडॆं फ़ेंकें और दिल के दर्द को कुछ कम करॆ !!
एक समय की अग्रणी सॉफ़्टवेयर कंपनी सत्यम के चेयरमैन रामालिंगा राजू भले ही हिरासत में हो , लेकिन इससे क्या किसी मन की खीज मिटनी है , अब जिनका-२ चूना लगा हो वह बेचारे क्या करें । हाँ एक उपाय है , यहाँ जायें और सडॆ अंडॊं को फ़ेंक कर अपने मन के दर्द को कुछ तो कम कर लें । अंडॆ फ़ेकने के बाद अपने स्कोर को चेक करना न भूलें :)
Monday, January 19, 2009
आईआईएम के छात्रों ने सीखे दुकानदारी चलाने के नुस्खे !!
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धनिया , पालक , बथुआ , टमाटर बेचते देख लखनऊ आईआईएम के छात्रों को देखकर चौकियें नहीं , यह कोई मंदी की मार नही है बल्कि सब्जी बेचते दुकानदारों से ट्रेनिगं लेते हुये यह आईआईएम के होनहार छात्र हैं । कहना नही होगा कि सब्जी बेचने के लिये चिल्लाते-२ इनके गले सूख ही गये ; वह बात अलग कि उनको तर करने के लिये मिनरल वाटर की आवशयकता बार-२ पडी ।
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